खास पेशकश परिचय दक्षिण एशिया
आलेख परिचय दक्षिण एशिया
पहले बांग्ला कॉमिक-स्ट्रिप सुपरहीरो के जनक नारायण देबनाथ का प्रथम पुण्यतिथी पर स्मरण
18 जनवरी, 2022 को, भारतीय कॉमिक निर्माता और चित्रकार नारायण देबनाथ का कोलकाता में 96 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। आज पहली पुण्यतिथि पर स्मरण।
फ्रांस में पीले जैकेट आंदोलन पर दुनिया भर की प्रतिक्रिया
पीले जैकेट आंदोलन का उबाल और अपने हिंसक इतिहास में झांकता फ्रांस.
नेटिजेन रिपोर्ट: क्या भारत में क्षेत्रीय इंटरनेट पाबंदियों का सिलसिला कभी थमेगा?
भारत में इंटरनेट सेवाओं पर प्रतिबंध, वेनेज़ुएला में विपक्षी दलों की वेबसाइटों के साथ छेड़-छाड़ तथा यूगांडा में सोशल मीडिया कर की वजह से इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या में गिरावट.
एक भारतीय प्राध्यापक बना रहे हैं प्लास्टिक कचरे से टिकाऊ सड़कें
प्रो. वासुदेवन ने देश में प्लास्टिक कचरे की बढ़ती समस्या देखकर ऐसी विधि की खोज की जिससे रीसायकल्ड प्लास्टिक कचरे से सड़कें बनायी जा सकें।
ग्लोबल वॉयसेज़ शिखर सम्मेलन, कोलंबो, २०१७ सेः “इन टू द डीप” पॉडकास्ट
In this podcast, a dozen Global Voices contributors take you to the latest Global Voices Summit and talk about their real life friendship, cross-cultural collaboration, and the value of community.
बांग्लादेशी शादियों में सांस्कृतिक बदलाव के चलते बदल रहा है खानपान
यद्यपि बांग्लादेशी विवाहों में परोसे जाने वाले व्यंजनों में बदलाव शुरू हो गया है, एक बात फिर भी कायम है - ये स्वादिष्ट होते हैं।
अब नेपाल में रिक्शा नहीं पेडीकैब बोलिये हुज़ूर
पेडीकैब दक्षिण एशियाई लोगों के लिए आवश्यक गतिशीलता प्रदान करेगा। रिक्शा का उत्पादन, प्रबंधन करने वाले उद्योग गरीबों के लिए आय का प्रमुख स्रोत होंगे।
भारतीय टेकी पता लगाते हैं नकली व्हाट्सएप और फेसबुक संदेशों का
भारत में इंटरनेट उपयोग तेजी से बढ़ रहा है पर उपयोगकर्ता प्रामाणिक और नकली या दुर्भावनापूर्ण स्रोतों के बीच अंतर करना नहीं जानते।
नेटिज़ेन रपट: सेंसरशिप – भारत में बढ़त, कैमरून में घटत
अंग्रेजी भाषी कैमरून में इंटरनेट की वापसी पर कश्मीर में सोशल मीडिया पर लगी पाबंदी। मालदीवी पत्रकारों ने ब्लॉगर की हत्या पर किया व्यक्त शोक।
भारतीय वैज्ञानिकों की तकनीक बचाएगी हाथियों के हमलों से
एक छोटी टीम हाथियों पर दिन के समय नजर रखताी है, और टेलिविजन चैनलों को जानकारी देती है। हाथियों के घूमने के क्षेत्र से दो किलो मीटर के दायरे वाले लोगाों को एक लिखित संदेश भेजा जाता है। एक छोटी टीम हाथियों पर दिन के समय नजर रखताी है, और टेलिविजन चैनलों को जानकारी देती है। हाथियों के घूमने के क्षेत्र से दो किलो मीटर के दायरे वाले लोगाों को एक लिखित संदेश भेजा जाता है।