आलेख परिचय धर्म
भारतीय जाति व्यवस्था में पितृसत्ता से टक्कर: मीनल की कहानी
नारीवाद का उद्देश्य मातृसत्ता नहीं होना चाहिए, वो भी असमानता होगी। लिंग की परवाह किए बिना मनुष्य रूप में समान स्वीकृति के लिए प्रयास होने चाहिए।
अज़रबैजानः बात शांति की, पर इस्लाम से नफ़रत
पिछले महीने देश भर में बड़ी संख्या में धार्मिक विश्वासियों को गिरफ्तार किया गया। पिछले डेढ़ साल में >500 विश्वासियों को गिरफ्तार किया गया है।
कैसे भारत का संशोधित नागरिकता कानून बहिष्करण का एक बड़ा समूह बना रहा है
भारत के आगामी आम चुनाव से कुछ हफ्ते पहले भारत सरकार द्वारा विवादास्पद नागरिकता संशोधन अधिनियम, 2019 लागू करने के बाद देश भर में छिटपुट विरोध प्रदर्शन
किर्गिस्तान की हिट फिल्म एक मां और बेटे के बीच के रिश्ते की मार्मिक कहानी है
निर्देशक रुस्लान अकुन के मुताबिक, फिल्म का मुख्य लक्ष्य लोगों को एक-दूसरे के प्रति दयालु होने और अच्छे काम करने के लिए प्रोत्साहित करना है।
मिलिये इन जापानी बौद्ध भिक्षु से, जो संगीत से कम करते हैं पीड़ा और तनाव
योगत्सु अकासाका पारंपरिक बौद्ध सूत्रों और बीटबॉक्सिंग के संगम से रचते हैं संगीत।
सउदी अरब ने फिलिस्तिनी कवि को “नास्तिकता और लम्बे बालों” के कारण जेल में बंद किया
मोना करीम की रपट : फिलस्तीन के कवि अशरफ फयध नास्तिकता फैलाने और लम्बे बाल रखने के कारण सउदी जेल में हैं।
मालद्वीव में धार्मिक स्वतंत्रता की स्थिति
मालद्वीव उन देशों में की सूची में उपर है जहाँ की सरकारे धार्मिक स्वतंत्रता नहीं देती हैं। मालद्वीव के नागरिकों का मुस्लमान होना आवश्यक है और वे इस्लाम के अलावे...
विडियो: “नो वुमन, नो ड्राईव” स्तब्ध सउदी अरब
सउदी अरब के कार्यकर्ताओं ने 26 अक्टूबर को देश में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध के विरोध में प्रदर्शन किया। जब सामाजिक तंत्र महिलाओं के गाड़ी चलाने के समाचार...
मिस्र : धार्मिक वर्ग-भेद का वीडियो गेम
हाल ही में मुसलिम मैसाकर नाम का एक वीडियो गेम जारी किया गया है जिसमें खिलाड़ी नाना प्रकार के हथियारों का उपयोग करते हुए चाहे जितने मुसलमानों को मार सकता...
बहरीन : अनेकता में बनी हुई सौहार्द्रता
सैकड़ों वर्षों से बहरीन शान्ति का स्वर्गस्थल बना हुआ है जहां तमाम वर्ण, जाति, और धर्म के लोग भाईचारे के साथ रहते आए हैं. राजधानी मनामा के रहने वाले बहरीनी चिट्ठाकार क्राइस्ट ब्लड (अरबी) अपने पड़ोस के एक ऐसे स्थल के बारे में बता रहे हैं जो जाति और धर्मगत विभिन्नताओं के मध्य आपसी सामंजस्य और सौहार्द्र का वास्तविक प्रतीक स्वरूप है.