आलेख परिचय पर्यावरण
कोविड-19 लॉकडाउन के दौरान पक्षियों की वापसी बनी वन्यजीव फोटोग्राफरों के लिए वरदान
तालाबंदी के सप्ताह ने प्रदूषण व मानवीय हस्तक्षेप में कमी के कारण पक्षियों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार कर दिया है।
गेम ऑफ़ थ्रोंस और पर्यावरण में बदलाव: गर्मी से सावधान!
एक ऐसी दुनिया जहाँ राजनैतिक शक्तियां आने वाले खतरे से बेखबर आपसी रंजिश में मशगूल हैं- खतरा जो हमेशा के लिए सब बदल देगा.
कोयला खदानों पर दिए अपने ऐतिहासिक फैसले में ऑस्ट्रेलियाई अदालत ने पर्यावरण पर मंडराते खतरे को स्वीकारा
" न्यू साउथ वेल्स की अदालत द्वारा ऑस्ट्रेलिया में कोयला खदान व पर्यावरण के संबंध में दिए गए फैसले ने दुनिया को हैरत में डाला".
एक भारतीय प्राध्यापक बना रहे हैं प्लास्टिक कचरे से टिकाऊ सड़कें
प्रो. वासुदेवन ने देश में प्लास्टिक कचरे की बढ़ती समस्या देखकर ऐसी विधि की खोज की जिससे रीसायकल्ड प्लास्टिक कचरे से सड़कें बनायी जा सकें।
धान खेत और भैंस: फिलीपींस के ग्रामीण जीवन की एक झलक
अकाम्पो ने ग्लोबल वँइसेस के साथ जो फोटो शेयर कि हेय ये सिर्फ समतल कृषि क्षेत्र का दृश्य नेही हेय, परन्तु अनजाने में फिलिपींस का कृषि कि दशा बता रहि हेय।
नये ऐप द्वारा अब दृष्टिहीन भी देख पायेंगे सौर ग्रहण
"यह ऐप बतायेगा कि ग्रहण सिर्फ दिनदहाड़े होता डरावना अंधेरा नहीं है। लोग कहेंगे, ओह, मैं इसे सुन सकता हूं और छू भी सकता हूं!"
अब नेपाल में रिक्शा नहीं पेडीकैब बोलिये हुज़ूर
पेडीकैब दक्षिण एशियाई लोगों के लिए आवश्यक गतिशीलता प्रदान करेगा। रिक्शा का उत्पादन, प्रबंधन करने वाले उद्योग गरीबों के लिए आय का प्रमुख स्रोत होंगे।
भारतीय वैज्ञानिकों की तकनीक बचाएगी हाथियों के हमलों से
एक छोटी टीम हाथियों पर दिन के समय नजर रखताी है, और टेलिविजन चैनलों को जानकारी देती है। हाथियों के घूमने के क्षेत्र से दो किलो मीटर के दायरे वाले लोगाों को एक लिखित संदेश भेजा जाता है। एक छोटी टीम हाथियों पर दिन के समय नजर रखताी है, और टेलिविजन चैनलों को जानकारी देती है। हाथियों के घूमने के क्षेत्र से दो किलो मीटर के दायरे वाले लोगाों को एक लिखित संदेश भेजा जाता है।
तिपाईमुख बांध — प्रकृति और स्थानीय संस्कृति के लिए खतरा
भारतीय राज्य मणिपुर में बाढ़ नियंत्रण और पनबिजली उत्पादन के लिए, तिपाईमुख बांध की योजना बनाई गई है। लेकिन, इन सर्च फार ग्रीनर पास्चर्स ब्लॉग रपट करता है कि इस बांध से जलवायु में गंभीर परिवर्तन को बढ़ावा मिलेगा और पड़ोसी बांग्लादेश सहित नदी तट के निचले क्षेत्रों में रहने...
थाईलैंड शार्क संरक्षण परियोजना
थाईलैंड मे शार्क दिखाई देने की घटनाओ में 95 प्रतिशत कमी प्रकाश मे आने के बाद ई-शार्क परियोजना का शुभारंभ थाईलैंड मे किया गया है। थाईलैंड की ई-शार्क परियोजना का इस्तेमाल थाईलैंड मे शार्क की घटती संख्या के बारे मे जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इसके अतिरिक्त संरक्षित समुद्री...