आलेख परिचय पर्यावरण

तिपाईमुख बांध — प्रकृति और स्थानीय संस्कृति के लिए खतरा

  27 अक्टूबर 2013

भारतीय राज्य मणिपुर में बाढ़ नियंत्रण और पनबिजली उत्पादन के लिए, तिपाईमुख बांध की योजना बनाई गई है। लेकिन, इन सर्च फार ग्रीनर पास्चर्स ब्लॉग रपट करता है कि इस बांध से जलवायु में गंभीर परिवर्तन को बढ़ावा मिलेगा और पड़ोसी बांग्लादेश सहित नदी तट के निचले क्षेत्रों में रहने...

थाईलैंड शार्क संरक्षण परियोजना

  21 अक्टूबर 2013

थाईलैंड मे शार्क दिखाई देने की घटनाओ में 95 प्रतिशत कमी प्रकाश मे आने के बाद ई-शार्क परियोजना का शुभारंभ थाईलैंड मे किया गया है। थाईलैंड की ई-शार्क परियोजना का इस्तेमाल थाईलैंड मे शार्क की घटती संख्या के बारे मे जागरूकता बढ़ाने के लिए किया जाएगा। इसके अतिरिक्त संरक्षित समुद्री...

बंग्लादेश में दक्षिण एशिया के सॅूस का संरक्षण

  13 अक्टूबर 2013

मनीस दत्ता, जो ईडीजीई फेलो हैं, बंग्लादेश में दक्षिण एशिया के नदीओं में रहने वाली सॅूस(डॉल्फिन) को अनेक खतरों से बचाने के लिेए काम कर रहे हैं। एक ब्लौग में वे स्पष्ट करते हैं कि समुद्रतट पर रहने वाले लोगों का एक बड़ा हिस्सा यह नहीं जानता है कि यह...

क्या बांग्लादेश समुद्र में डूबने वाला है?

  12 अगस्त 2008

वातावरण परिवर्तन के दुष्प्रभावों से सर्वाधिक पीड़ित होने वाले राष्ट्रों में बांग्लादेश का नाम सबसे पहले आता है. नदी के डेल्टा में स्थित होने के कारण वैश्वीय ऊष्मीकरण से समुद्री स्तर के बढ़ने के कारण समूचे बांग्लादेश के समुद्र में डूबने का खतरा सबसे ज्यादा है. बांग्लादेश पर जलीय खतरे...

जापान : ‘खाद्यान्न संकट पर प्रीतिभोज’ और ‘स्काइप पर जी8′

  11 जुलाई 2008

टोकियो, होक्काइदो में त्रिदिवसीय जी8 सम्मेलन [जा.] 9 जुलाई को सम्पन्न हो गया. कई चिट्ठाकारों के अनुसार, यह सम्मेलन एक तरह से उनके मुँह का स्वाद कड़वा कर गया. इस सम्मेलन के प्रबंधन व सुरक्षा के लिए जितना खर्च किया गया उतनी रकम से लाखों एड्स पीड़ित मरीजों की चिकित्सा...

जापानः सारा मक्खन गायब

  25 अप्रैल 2008

जापान में हर जगह दुग्ध उत्पाद खोजते उपभोक्ता बस यही आर्तनाद कर रहे हैं, “कहाँ गया मक्खन?”। दूध के उत्पादन में भारी कमी और उसके साथ बीज का दामों में दुग्ध उत्पादों की अंतर्राष्ट्रीय खपत में बदलावों के कारण जापान में मक्खन की भारी कमी हो गई है। किराने की...

मिस्र: क्या इज़्राइल भयभीत है?

“मुझे इस बात का कारण समझ नहीं आता कि इज़्राइल अरब या किसी भी अन्य इस्लामी देश के पास अपना परमाणु कार्यक्रम होने की बात पर इतना खौफ़जदा रहे। मुझे कोई तार्किक कारण नहीं नज़र आता जो इज़्राइली कर रहे हैं चाहे हो इरान के खिलाफ विश्व को बरगलाने की...

पर्यावरण : जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त-राष्ट्र सम्मेलन भाग 1

  25 सितम्बर 2007

- थीमेटिक प्लेनेरी I – एडॉप्टेशन – फ्रॉम वल्नेरेबिलिटी टू रेजिलिएंस. फ़ैसिलिटेटर – डॉ. आशा-रोज़ मिगिरो उप महा सचिव सह सभापति आदरणीय श्री आंदेर्स फॉग रासमुसेन, प्रधान मंत्री, डेनमार्क आदरणीय श्री ओवेन आर्थर, प्रधान मंत्री, बारबादोस ट्वीट यहाँ पर हैं, सम्मेलन जारी है और साथ ही साथ यह पोस्ट भी...

पर्यावरण : जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त-राष्ट्र सम्मेलन

  25 सितम्बर 2007

न्यूयॉर्क के यूनाइटेड नेशंस भवन से मैं यह चिट्ठा लिख रही हूँ. सम्मेलन के कुछ हिस्सों को मैं ट्वीट करूंगी और जैसे जैसे सम्मेलन का कार्यक्रम आगे बढ़ेगा, वैसे वैसे इसके बारे में चिट्ठा लिखती रहूंगी. एक संक्षिप्त परिचय तथा उन सत्रों, जिनमें मैं भाग लेने वाली हूँ, की सूची...

पर्यावरण : अफ़्रीका का हरित दृश्य

  22 सितम्बर 2007

क्या आप टॉप गियर, झकास फ़ास्ट कार….और पर्यावरण प्रेमी बन सकते हैं? इस साल 12 अक्तूबर को चिट्ठाकारी संबंधित कौन सा कार्यक्रम रखा गया है? अफ़्रीका को दान किए गए उन सारे कम्प्यूटरों का क्या हुआ? इन असामान्य प्रश्नों के उत्तर अफ़्रीका के चिट्ठाकारों ने इस सप्ताह दिए हैं. चित्र...