आलेख परिचय मध्य पूर्व व उत्तरी अफ्रीका

हॉलीवुड में अरबों की छवि: जंगली, दुष्ट, बर्बर

  2 जून 2024

क्या हॉलीवुड में कोई अलिखित कानून है जो कहता है कि फिलिस्तीनियों को तर्कहीन और दुष्ट, जबकि सभी इजरायलियों को तर्कसंगत और धार्मिक दिखाना चाहिए।

अज़रबैजानः बात शांति की, पर इस्लाम से नफ़रत

  20 अप्रैल 2024

पिछले महीने देश भर में बड़ी संख्या में धार्मिक विश्वासियों को गिरफ्तार किया गया। पिछले डेढ़ साल में >500 विश्वासियों को गिरफ्तार किया गया है।

संघर्ष और दुखांत से परे फलीस्तीन की जिंदगी दिखाती तस्वीरें

  3 सितम्बर 2014

ह्यूमन्स ऑफ पैलेस्टाइन का लक्ष्य है मानवता को बचाए रखना. वह भी ऐसे समय में जब फलीस्तीनी सपनों और किस्सों से भरपूर लोगों की बजाए, साजिशों के कारण मौत, भूले जाने वाले नामों और विकृत शवों तक सीमित हो गए हैं

सउदी अरब ने फिलिस्तिनी कवि को “नास्तिकता और लम्बे बालों” के कारण जेल में बंद किया

  25 जनवरी 2014

मोना करीम की रपट : फिलस्तीन के कवि अशरफ फयध नास्तिकता फैलाने और लम्बे बाल रखने के कारण सउदी जेल में हैं।

विडियो: सउदी आदमी ने “बीवी से बात करने पर” कामगार की पिटाई की

  4 नवम्बर 2013

एक प्रवासी श्रमिक की एक सऊदी आदमी द्वारा पिटाई के एक वीडियो द्वारा देश में श्रमिकों के शोषण के खिलाफ आक्रोश वायरस की तरह फैल गया है।

विडियो: “नो वुमन, नो ड्राईव” स्तब्ध सउदी अरब

  3 नवम्बर 2013

सउदी अरब के कार्यकर्ताओं ने 26 अक्टूबर को देश में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध के विरोध में प्रदर्शन किया। जब सामाजिक तंत्र महिलाओं के गाड़ी चलाने के समाचार...

मिस्र : गूगल ब्लॉगर ने नवारा के ब्लॉग को प्रतिबंधित किया

  16 नवम्बर 2008

प्रतीत होता है कि आम जनता के ब्लॉगों पर प्रतिबंध लगाना सिर्फ तीसरी दुनिया के सरकारों की ही बपौती नहीं रह गई है. गूगल का ब्लॉगस्पॉट भी इस बैंडबाजे में शामिल हो गया लगता है, और वो भी धूमधड़ाके से. गूगल ब्लॉगस्पॉट ने नवारा नेगम के ब्लॉग (तहयीज [अर.]), पर बिना कारण बताए प्रतिबंध लगा दिया. अहमद शोकीर इस बारे में विस्तार से लिखते हैं.

मिस्र : धार्मिक वर्ग-भेद का वीडियो गेम

  15 सितम्बर 2008

हाल ही में मुसलिम मैसाकर नाम का एक वीडियो गेम जारी किया गया है जिसमें खिलाड़ी नाना प्रकार के हथियारों का उपयोग करते हुए चाहे जितने मुसलमानों को मार सकता...

इराक : श्याम रंग – विषाद का रंग

  18 जून 2008

इराकी स्त्रियाँ शोक और विषाद के रंग - काले रंग - की अभ्यस्त हो चुकी हैं. इनसाइड इराक में यह बात कही गई है. अंधेरे और उदासी के श्याम रंग से इतर अब कुछ युवा स्त्रियाँ भूरे, हरे और गुलाबी परिधानों को अपना रही हैं !