आलेख परिचय मानवीय प्रतिक्रिया

बंग्लादेश में दक्षिण एशिया के सॅूस का संरक्षण

  13 अक्टूबर 2013

मनीस दत्ता, जो ईडीजीई फेलो हैं, बंग्लादेश में दक्षिण एशिया के नदीओं में रहने वाली सॅूस(डॉल्फिन) को अनेक खतरों से बचाने के लिेए काम कर रहे हैं। एक ब्लौग में वे स्पष्ट करते हैं कि समुद्रतट पर रहने वाले लोगों का एक बड़ा हिस्सा यह नहीं जानता है कि यह...

भारत : वीडियो स्वयंसेवकों के जरिए सामुदायिक पत्रकारिता

  14 अक्टूबर 2008

भारत के गांवों और झुग्गी झोपड़ियों में रहने वालों की एक गैरलाभकारी संस्था ‘वीडियो स्वयंसेवक’ (वीडियो वालंटियर्स) है. यह संस्था उस तरह की वीडियो सामग्री बनाती है जो सीधे-सीधे उनके सामाजिक सारोकारों को प्रभावित करते हैं. सामाजिक समस्या उठाने वाले समाचार व घटना प्रधान वीडियो को यह संस्था समुदाय के...

जापान : यौन दासियों की लंबित मांगों पर ध्यान खींचते वीडियो

  23 अप्रैल 2008

द्वितीय विश्व युद्ध के समाप्त होने के साठ साल से अधिक बीत जाने के बाद भी जापानी सेना के आदेशों के तहत अपहृत की गई स्त्रियाँ अब भी न्याय की बाट जोह रही हैं. इन स्त्रियों को सैनिक “आराम गृहों (कम्फ़र्ट स्टेशन) ” में यौन दासियों के रूप में जबरिया...

उज़बेकिस्तान: पुरातन कृषि

जोशुआ फाउस्ट रपट दे रहे हैं कि लंदन स्थित उज़बेकिस्तानी दूतावास ने नाराज़ शब्दों में उन खबरों का खंडन किया है जिनमें ये आरोप लगाये गये थे कि वहाँ कपास चुनने के लिये बच्चों का इस्तेमाल होता है या उन्हें इस काम के लिये मजबूर किया जाता है। दूतावास ने...