आलेख परिचय फिलिस्तीन

संघर्ष और दुखांत से परे फलीस्तीन की जिंदगी दिखाती तस्वीरें

ह्यूमन्स ऑफ पैलेस्टाइन का लक्ष्य है मानवता को बचाए रखना. वह भी ऐसे समय में जब फलीस्तीनी सपनों और किस्सों से भरपूर लोगों की बजाए, साजिशों के कारण मौत, भूले जाने वाले नामों और विकृत शवों तक सीमित हो गए हैं

3 सितम्बर 2014

सउदी अरब ने फिलिस्तिनी कवि को “नास्तिकता और लम्बे बालों” के कारण जेल में बंद किया

मोना करीम की रपट : फिलस्तीन के कवि अशरफ फयध नास्तिकता फैलाने और लम्बे बाल रखने के कारण सउदी जेल में हैं।

25 जनवरी 2014

सऊदी अरब: फुटपाथ पर भी लिंगभेद

फिलिस्तीनी चिट्ठाकार हैथम सबाह एक समाचार के हवाले से बता रहे हैं कि सऊदी अरब में जल्द ही लिंग के आधार पर बंटे साईडवॉक (फुटपाथ) दिखने लगेंगे। “क्या पैगंबर मुहम्मद...

17 सितम्बर 2007

फिलिस्तीन: तुर्की में इक गुल

फिलिस्तीनी चिट्ठे कबाबफेस्ट के फय्याद तुर्की कें नवनिर्वाचित राष्ट्रपति अब्दुल्ला गुल के बारे में लिखते हैं, “विडंबना है कि तुर्की में कुछ धर्मनिरपेक्ष चरमपंथियों को भी गुल की बेगम हैरुन्निसा...

30 अगस्त 2007