आलेख परिचय मध्य एशिया और कोकेशिया

दुनिया भर से लोरियाँ, अरोरो में

अर्जेंटीना की एक कलाकार ग़ैबरीला गोल्डर ने अरोरो नामक परियोजना के तहत एक बीड़ा उठाया है, दुनिया भर से लोरियाँ खोज कर उन्हें रिकार्ड व संग्रहित करने का। राईसिंग वॉयसेज़ के निदेशक डेविड ससाकी ने 80+1 वेबसाईट पर ग़ैबरीला का साक्षात्कार रिकार्ड तो किया ही साथ ही ग्लोबल वॉयसेज़ के लेखकों और संपादकों को बचपन में सुनी लोरियाँ गा कर रिकार्ड करने की प्रेरणा भी दी।

आर्मिनिया: संगीतप्रेमी प्रधानमंत्री

  13 दिसम्बर 2008

अनजिप्पड ने स्थानीय चिट्ठाकारों और आर्मीनिया के नये प्रधानमंत्री के बीच हुई अनौपचारिक बातचीत का अंग्रेज़ी सारांश प्रकाशित किया है। अल्खिमिक तथा 517डिज़ाईन की प्रविष्टियों के हवाले से खुलासा किया गया है कि प्रधानमंत्री जी गिटार बजाना जानते हैं और कला केंद्रित फिल्में पसंद करते हैं। इन चिट्ठों में मुलाकात...

उज़बेकिस्तान: पुरातन कृषि

  3 नवम्बर 2007

जोशुआ फाउस्ट रपट दे रहे हैं कि लंदन स्थित उज़बेकिस्तानी दूतावास ने नाराज़ शब्दों में उन खबरों का खंडन किया है जिनमें ये आरोप लगाये गये थे कि वहाँ कपास चुनने के लिये बच्चों का इस्तेमाल होता है या उन्हें इस काम के लिये मजबूर किया जाता है। दूतावास ने...

आर्मीनियाः खुला पत्र

तुर्की लेखक व चिट्ठाकार मुस्तफा अक्योल की आर्मीनियाई जातिसंहार विषय पर आप्रवासी आर्मीनियाई को लिखे खुले पत्र का जवाब “लाईफ इन आर्मीनिया” चिट्ठे के लेखक रफी ने तुर्की नागरिकों को लिखे अपने खुले पत्र से दिया है। 1915 से 1917 के बीच हुई घटनाओं को जातिसंहर का दर्जा देते हुये...

मंगोलियाः बेघर बच्चों की करुण व्यथा

  15 अगस्त 2007

बोनी वायेड वर्ल्ड विज़न के एक विडियो का पता दे रही हैं जो मंगोलिया के बेघर बच्चों की व्यथा कथा बताता है। ये बच्चे बर्फीले ठंड से बचने के लिये भूमिगत पाईपों में रहते हैं जहाँ वातावरण गर्म तो है पर जीवन नरकीय।

उज़्बेकिस्तान: रूस की मदद

  10 अगस्त 2007

जमीयत लिखते हैं कि उज़्बेक व्यवसायी गफ़ूर राखीमोव ने सोची में होने वाले 2014 के शीतकालीन ओलम्पिक्स के आयोजन की दावेदारी जीतने में रूस की मदद की है।

आर्मीनिया: विश्व बैंक ने दिया जवाब

  9 अगस्त 2007

भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही विश्व बैंक ने अब आर्मीनियाई चिट्ठाकार ओनिक क्रिकोरियन को औपचारिक जवाब भेजा है। हालांकि ओनिक मानते हैं कि अगर वो कुछ छुपा नहीं रही है तो उसे आधिकारिक रूप से कारणों की खुली छानबीन शुरु करनी चाहिये।