जापान : ‘खाद्यान्न संकट पर प्रीतिभोज’ और ‘स्काइप पर जी8′

टोकियो, होक्काइदो में त्रिदिवसीय जी8 सम्मेलन [जा.] 9 जुलाई को सम्पन्न हो गया. कई चिट्ठाकारों के अनुसार, यह सम्मेलन एक तरह से उनके मुँह का स्वाद कड़वा कर गया. इस सम्मेलन के प्रबंधन व सुरक्षा के लिए जितना खर्च किया गया उतनी रकम से लाखों एड्स पीड़ित मरीजों की चिकित्सा संभव हो सकती थी . यह सम्मेलन विवादों में घिरा रहा और तमाम विश्व से हजारों किसानों व कार्यकर्ताओं के विरोध प्रदर्शन होते रहे .

The G8 Summit - New CHITOSE airport (in Sapporo)

जी8 सम्मेलन न्यू चिटोस विमानतल (फ्लिकर से – उपयोक्ता मुजितरा द्वारा)

बहुत से चिट्ठाकारों ने इस आयोजन के भारी-भरकम खर्चों पर प्रश्नचिह्न तो लगाए ही, यह भी इंगित किया कि सम्मेलन किस तरह पर्यावरण के लिए शत्रुवत् बना रहा. इसके विपरीत, चिट्ठाकार गूरी ने जी8 सम्मेलन के कुछ अच्छे, धनात्मक नतीज़ों के बारे में लिखा:

何しろ討議する項目が山積しており、わずか3日間で各国のトップが話し合ってもなかなか纏まる話ではないと思うが、それでも「拉致問題」と言う文言が首脳宣言に載ったり、ジンバブエの不当な大統領選挙問題等にも共同声明のなかで、批判される事は国際的な見地から見た正しい意見として当事国にプレッシャーを与える事になり良いことだと思う。

जहाँ सुलझाने और विचार करने के लिए अनगिनत समस्याएं हों, वहां राजकीय नेतागण आपसी विचार विमर्श तो कर सकते हैं परंतु मेरे विचार में किसी नतीजे पर किसी सूरत में जल्द नहीं पहुँचा जा सकता. अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य में “एबडक्शन इशू” को अपने वक्तव्यों में शामिल करना तथा जिम्बाबवे के राष्ट्रपति के अवैध चुनाव की भर्त्सना करना – मेरे विचार में दो अच्छी बातें रहीं. इस से संदर्भित देशों में सुधार हेतु निश्चित रूप से दबाब बनेगा.

今回の重要なテーマである、室温効果ガス問題では2日目のG8の中で討議され、福田さんは長期目標を2050年までに50%削減を決めたい意向であったが、アメリカの提案では、「大量排出国(中国・インド・ブラジル等)抜きの討議は無意味だ」と言う意見で賛成が得られなかった様で、私も当然の事であると思う。

इस सम्मेलन में चर्चा के एक और महत्वपूर्ण मुद्दे – ग्रीनहाउस गैस समस्या पर दूसरे दिन चर्चा हुई. श्री फुकुदा आशान्वित थे कि लंबे समय के लिए लक्ष्य बना लिया जाएगा जिसमें कार्बनडाइऑक्साइड उत्सर्जन में 2050 तक 50% तक की कमी करने हेतु ठोस कार्य किये जाएंगे. परंतु अमरीका ने सुझाव दिया कि “बड़े राष्ट्र (चीन, भारत, ब्राजील) जो विशाल मात्रा में CO2 उत्सर्जित करते हैं, उन्हें शामिल किए बगैर परिचर्चा अर्थहीन है” और जाहिर है, इस विचार को प्रत्यक्षतः कोई अनुमोदन नही मिल पाया.

[…]

しかし、兎も角、削減努力に対する必要性は各国とも同じであるから3日目の会合こそ大量排出の当事国が、同じテーブルに就いて、話し合いが出来るスタートラインに揃ったところであると私は思うのである。

पर, फिर किसी भी सूरत में – गैसीय उत्सर्जनों को कम करने की कवायदें तो सभी देशों के लिए एक समान ही होंगी. इसीलिए, मेरे विचार में, इस सम्मेलन में जो देश विशाल मात्रा में CO2 उत्सर्जित करते हैं उनके नेता एक ही टेबल पर बैठकर एक ही आरंभ बिन्दु से बहसें प्रारंभ करने के लिए एक दूसरे का मुँह ताकते रहे.

The Oxfam G8 Big Heads at Big Letters Performance

बिग लेटर्स परफ़ॉर्मेंस पर – द ऑक्सफेम जी8 बिग हेड्स (ऑक्सफेम फ्लिकर पृष्ठ से)

इस बीच चिट्ठाकार jg96aqkg जी8 सम्मेलन के रात्रिभोज की विडम्बना कुछ यूं बयान करते हैं :

環境問題、地球温暖化対策、原油高騰、食料危機、北朝鮮の核問題などなど話し合われたようですが凡人の私にはどのような実効性が有るのか全く分かりません。

पर्यावरण समस्या, ग्लोबल वार्मिंग, पेट्रोलियम पदार्थों की बढ़ती कीमतों, खाद्यान्नों का अभाव व उनकी बढ़ती कीमतों, उत्तरी कोरिया के परमाणु शस्त्र समस्या इत्यादि पर बातें तो हुईं, परंतु एक आम आदमी के रूप में मुझे यह नहीं पता कि ये कितने प्रभावी हो सकेंगे.

あるメディアが食料危機の会議場で山ほど盛られた食膳に、あんなご馳走を食べて食料危機に餓えている人間の気持ちが理解できるのかと批判していました。

मीडिया के कुछ हिस्सों में इस सम्मेलन पर इस बात पर भी चर्चा हुई कि जी8 सम्मेलन में भाग लेने वाले सदस्य गण भोजन के टेबल पर बैठकर शानदार डिनर का आनंद लेते हुए जब वैश्विक खाद्यान्य समस्या पर चर्चा कर रहे थे तो तमाम विश्व भर के भूखे लोगों की अनुभूति का अहसास उन्हें हुआ भी होगा या नहीं.

各国を代表して出席しているのだからどんな贅沢な食事をしょうがどうでも良いことだが世界各国一人一人の命の尊厳が図られる形になって欲しいものです。

वे अपने देश का प्रतिनिधित्व कर रहे थे अतः मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि उन्होंने किस किस्म के विलासिता युक्त भोजन किए. परंतु मुझे उम्मीद है कि उन्हें विश्व के प्रत्येक व्यक्ति की मर्यादा का, उसके भूख का भी भान रहा होगा.

Challenge the G8 Peace Walk

जी8 को चुनौती – शांति मार्च (फ्लिकर से. उपयोक्ता स्कासुगा)

चिट्ठाकार mkj2 ने भी जी8 के प्रीतिभोज का विषय उठाया और लिखा:

各国の首脳が食べるディナーの話題。

地元の食材をふんだんに使ったメニューでカニだのアスパラだのいいもの使ってまっせっつー。

उस रात्रिभोज की कहानी – जिसे राजनेताओं के सम्मान में दिया जाएगा.

भोजन मेन्यू स्थानीय तौर पर तैयार किए जाने वाली अत्यंत उम्दा सामग्रियों – जैसे कि केकड़े व शतावरी – से युक्त था.

[…]

別に食い物にいちゃもんつけてるわけじゃない。

食い物に始まり、警備だのなんだのに多額の血税が使われる。

それはいい。

世界のTOPが雁首そろえて諸問題を話し合うっていうんだから。

परंतु मेरा वक्तव्य सिर्फ भोजन के बारे में ही नहीं है.

भोजन से लेकर सुरक्षा तथा और भी अन्य मदों में भारी मात्रा में करदाताओं के पैसे खर्च किए गए.
चलिए, यह भी ठीक है.

क्योंकि तमाम विश्व के नेता मिल बैठे और विश्व की विविध समस्याओं पर चर्चाएं कीं.

ただ。

頼むよほんと。

これだけの金かけて、手間かけて、ガソリンが安くならない、食品の値段が下がらない、なんてことになったらどう責任取るんだ。

परंतु,

भगवान के लिए कोई बताए-

इतने भारी भरकम खर्चों व प्रयासों के बावजूद भी यदि पेट्रोल के भाव नीचे नहीं जाते हैं, भोज्य पदार्थों के भाव कम नहीं होते हैं तो फिर इसकी जिम्मेदारी किसकी होगी [इन सब समस्याओं के लिए]?

Toyako from the windsor hotel

तोयाको – विंडसर होटल से (जहाँ जी8 सम्मेलन सम्पन्न हुआ. फ्लिकर उपयोक्ता वेरोयामा द्वारा)

और अंत में – चिट्ठाकार फुकपकत्सुएन ने एक नायाब प्रस्ताव दिया :

四国や九州からの警察の動員2万人余。……で地球温暖化が主要議題、ならこのサミット開催こそ「地球に優しくない」のが事実。もう国連活動に収斂されていいのでは? テロ襲撃が危険視されるなら各国首脳が一同に介せずSkypeで会議すれば良し。会場からほど遠き農牧地帯で 120名のサミット反対デモにデモ参加者上回る数の警官が防備。異常。

शिकोकू से क्यूशु तक कोई 20,000 पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था के कामों पर लगाया गया… जबकि ग्लोबल वार्मिंग यहाँ मुख्य एजेंडा था और इस बात से सिद्ध होता है कि सम्मेलन स्वयं में ही “पर्यावरणीय-शत्रु” बना रहा. क्या वे इसे यूएन के क्रियाकलापों में शामिल नहीं कर सकते? यदि राष्ट्राध्यक्षों पर आतंकवादी हमलों की इतनी ही चिंता है, तो इन अधिकारियों के एक जगह जमा होने के बजाए स्काइप के जरिए अपनी मीटिंग करते तो वो कहीं ज्यादा अच्छा होता. . सम्मेलन से बहुत दूर एक विरोध प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों की 120 की संख्या से कहीं बहुत अधिक संख्या में पुलिस बल तैनात था. कितना हास्यास्पद!

(जी8 विरोध प्रदर्शन के और चित्र आप देख सकते हैं फ्लिकर उपयोक्ता पावलेस के खाते पर)

इसे हनाको तोकिता ने लिखा

2 टिप्पणियाँ

  • विश्व क्या सोचता है क्या कहता है, जानने का यह तरीका मुझे बहुत पसन्द है, इसलिए हर अनुवादित लेख पढ़ता हूँ.

    अब ऐसे समारोह में खर्च तो होगा ही, आम आदमी क्या शादी-ब्याह में भोज करते समय भूखों के बारे में सोचता है?

  • अधिकांश अंतर्राष्‍ट्रीय तथा राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन व बैठकें ऐसी ही होती हैं। जिनसे संबंधित मुद्दों पर चर्चा होती है, वे निर्णय प्रक्रिया के हिस्‍सा नहीं होते। नतीजा वही ढाक के तीन पात होता है।

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