प्रूफी अपने ब्लॉग पर लिख रहे हैं कि आर्कुट पर अश्लील सामग्री पोस्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी में सहयोग देना गूगल की कोई दुष्टता नहीं है।
ऊपर लिखीं भाषाओं के नाम देख रहे हैं ? हम ग्लोबल वॉइसेस के आलेखों का अनुवाद कर विश्व की सिटिज़न मीडिआ को सब तक पहुंचाते हैं।
लिंगुआ अनुवाद प्रकल्प के विषय में और जानें »प्रूफी अपने ब्लॉग पर लिख रहे हैं कि आर्कुट पर अश्लील सामग्री पोस्ट करने के आरोप में एक व्यक्ति की पुलिस द्वारा गिरफ्तारी में सहयोग देना गूगल की कोई दुष्टता नहीं है।
2 टिप्पणियाँ
ख़ैर, जो भी हो, हिन्दी वालों के लिए अभी गूगल दुष्ट बन गया है. हिन्दी पृष्ठों पर एडसेंस खा गया है. 🙂
एक अच्छा नागरीक कानून की मदद करता है. गूगल ने क्या किया है?