Debashish Chakrabarty · अगस्त, 2007

नवीनतम लेख Debashish Chakrabarty से अगस्त, 2007

बाहरीन: आतंवादियों का आयात

बाहरीनी चिट्ठाकार ईमूड्ज़ हैरत जताते हैं कि कैसे एक कथित आतंकवादी का, सउदी अरब में आतंकवाद के पूर्व मामले दर्ज होने के बावजूद, बाहरीन में स्वागत किया गया।

कुवैतः तेल का पैसा गया कहाँ?

कुवैत से ज़ेड आश्चर्य प्रकट करते हैं कि तेल से बनाया पैसा अरब देश आख़िर कहाँ खरचते हैं, जबकि विश्व के 500 शीर्ष शिक्षा संस्थानों में केवल एक ही अरब विश्वविद्यालय शामिल है।

इराकः कार धमाके की गवाह

अपने परिवार के साथ मछली पकड़ने के ट्रिप पर निकलने के कुछ घंटों पहले ही इराकी चिट्ठाकार सनशाइन अपने पड़ोस में हुये कार बम के धमाके से दहल गईं। धमाके से उनके घर के शीशे चकनाचूर हो गये।

तुर्की ने वर्डप्रेस डॉट कॉम पर रोक लगाई

  17 अगस्त 2007

लोकप्रिय व मुफ्त ब्लॉगिंग प्लेटफार्म वर्डप्रेस डॉट कॉम पर तुर्की में रोक लगा दी गई है और आगंतुकों को ये संदेश दिख रहा है, “निर्णय क्रः 2007/195 के तहत इस जालस्थल की पहुंच स्थगित कर दी गई है।, टीसी फतीह 2, दीवानी अदालत”। वर्डप्रेस के संस्थापक मैथ्यू मुलेनवेग ने कहा, “मुझे...

अर्जेंटीना: कारपूल की साईट

  17 अगस्त 2007

“ब्लॉग पासा एन ब्यूनस आयर्स” एक नये जालस्थल “कोम्पार्ते कोच” के बारे में लिखते हैं जो ब्यूनस आयर्स नगर में कारपूलिंग के लिये जोड़ीदार खोजने में यात्रियों की मदद करेगा। इससे यात्रा का खर्चा तो कम होगा ही पर्यावरण का भी भला होगा।

रूसः जातिवाद

मार्क मैकिनंन रूस में गैर रुसीयों के खिलाफ हिंसा और उग्र रजनैतिक विचारधाराओं को शह देकर पुतिन को “सबसे कम खराब” बतलाने की क्रेमलिन की रणनीति के बारे में लिखते हैं, “…जिन शैतानों की इन्होंने रचना की अब वो क्रेमलिन के भी काबू से बाहर हैं”।

ट्रिनिडाड व टोबैगो: विंडीज़ की दिक्कत

  17 अगस्त 2007

वनीसा बक्श सोचते हैं कि वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट बोर्ड को कप्तान रामनरेश सर्वन की बात सुननी चाहिये कि वेस्ट इंडीज़ क्रिकेट की दिक्कत क्या है।

जिंबाबवे: ग्लोबल वायसेज़ आनलाईन काली सूची में

जिंबाबवे की सरकार ने ग्लोबल वायसेज़ आनलाईन को काली सूची में डाल दिया है, “स्पष्टतः, ग्लोबल वायसेज़ एंग्लो सैक्स्न्स के खिलाफ हमारे न्यासंगत आंदोलन को अनुचित साबित करने के “द्रोही दुष्प्रचारकों” में से एक है”। ZANU-PF सरकार द्वारा काली सूची में डाले गये 41 जालस्थलों में से हमारा चिट्ठा और...

जापान में गर्भनिरोधक

  16 अगस्त 2007

नीओमार्क्सिस्मे जापान में गर्भनिरोधकों के उपयोग के बारे में लिखती हैं, “जापान दुनिया के उन गिने चुने देशों में से है जहाँ 90 के दशक में काँडोम का प्रयोग घटा है और 70 फीसदी जापानी औरतें गर्भनिरोधक गोलियों लेने की सोचती भी नहीं”.

Debashish Chakrabarty का पन्ना

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