आलेख परिचय डिजिटल एक्टिविज़्म
जमैका: कौड़ियों के दाम जिस्म
स्टनरर्स एफ्लिक्शन कहते हैं, “जी हाँ, ये नौ से ग्यारह जमात की लड़कियाँ अपने जिस्म महज़ 10 जमैकन डॉलर (लगभग 0.14 अमरीकी डॉलर या साढ़े 5 रुपये) में बेच रही हैं। इसे रोकने के लिये कुछ तो करना ही चाहिये।”
रूसः एसयूपी और लाईवजर्नल
रोपर्ट एमस्टर्डम ब्लॉग लाईवजर्नल को हाल में खरीदने वाली कंपनी एसयूपी के निदेशक से सीएमएस वायर द्वारा लिये साक्षात्कार की निंदा करते हुये लिखता है, “रिपोर्टर ने बड़े नर्म सवाल पूछे और खास मुद्दों पर कोई पूछताछ नहीं की, मसलन अगर सुरक्षा एंजेसियाँ खास चिट्ठाकारों की व्यक्तिगत जानकारी चाहे तो...
मिस्रः यूट्यूब ने बहाल किया खाता…पर
मिस्र के चिट्ठाकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता वेल अब्बास के यूट्यूब और याहू खातों को बहाल कर दिया गया है जिन्हें मिस्र की पुलिस द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित लोगों के विडियो पोस्ट करने के कारण स्थगित कर दिया गया था। पर वे खुश क्यों नहीं हैं यह जानने के लिये...
स्लोवेनियाः जिसे अक्सर भुला दिया जाता है
“अगले 28 दिनों में स्लोवेनिया को अगले 6 महीनों के लिये यूरोपियन यूनियन के राष्ट्रपति की जिम्मेवारी मिलने वाली है और यह पहला ऐसा मौका है क्योंकि स्लोवेनिया कुछ 1300 दिन पहले ही यूरोपियन यूनियन का सदस्य बना है। तो समय है इस अक्सर भुला दिये जाते देश के बारे...
इरानः अमरीकी सैनिक और इराकी बच्चे
रज़ेनो ने इराक में बच्चों की देखरेख करते अमरीकी सैनिकों की कई तस्वीरें प्रकाशित की हैं। इस चिट्ठाकार का कहना है कि इरानी मीडिया कभी ऐसी तस्वीरें नहीं छापता। भले ही युद्ध एक स्याह दास्तां हो पर इनमें मानवीय संवेदनायें भी तो शामिल रहती हैं।
ट्रिनीडाड व टोबैगो: काँडोम का तर्क
“सचाई ये है कि लोग यौन संबंध बना रहे हैं, चाहे अवैध हों या नहीं, और इनमें से भयावह तादात में हमारे मुल्क के लोग एचआईवी तथा अन्य STI (यौन जनित संक्रमण) से संक्रमित हो रहे हैं”। रैंबलिंग एंड रीज़न युवाओं को यौनिक रूप से जिम्मेदार बनाने के बारे में...
जिंबाबवे: ग्लोबल वायसेज़ आनलाईन काली सूची में
जिंबाबवे की सरकार ने ग्लोबल वायसेज़ आनलाईन को काली सूची में डाल दिया है, “स्पष्टतः, ग्लोबल वायसेज़ एंग्लो सैक्स्न्स के खिलाफ हमारे न्यासंगत आंदोलन को अनुचित साबित करने के “द्रोही दुष्प्रचारकों” में से एक है”। ZANU-PF सरकार द्वारा काली सूची में डाले गये 41 जालस्थलों में से हमारा चिट्ठा और...
आर्मीनिया: विश्व बैंक ने दिया जवाब
भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रही विश्व बैंक ने अब आर्मीनियाई चिट्ठाकार ओनिक क्रिकोरियन को औपचारिक जवाब भेजा है। हालांकि ओनिक मानते हैं कि अगर वो कुछ छुपा नहीं रही है तो उसे आधिकारिक रूप से कारणों की खुली छानबीन शुरु करनी चाहिये।