आलेख परिचय अंतरराष्ट्रीय संबंध

रूसः पुतिन को मुसलमानों का साथ

  5 दिसम्बर 2007

विंडो ओन यूरेशिया रूसी मुसलमानों के वोट डालने के रूख के बारे में लिखते हैं, “Islam.ru के शोध विभाग के प्रमुख अब्दुल्ला रिनात मुखामेतोव के मुताबिक मुसलमानों ने यूनाईटेड रशिया के लिये वोट दिया और इस तरह पुतिन का साथ दिया, यह दिखाने के लिये कि वे एक शक्तिशाली, एकजूट...

यूक्रेनः प्रदर्शनी का सच?

मॉस्को में होलोडोमोर प्रदर्शनी में कलाविध्वंस (वैंडेलिज़्म) की घटना पर वहाँ के मेयर युरी लुज़कोव ने कहा, “मुझे लगता है कि इस प्रदर्शनी का बस एक ही मकसद थाः रूसी और युक्रेनी लोगों का एका तोड़ना और उनमें दरार पैदा करना।” यूक्रेनियाना इस तर्क को होलोकास्ट के परिपेक्ष्य में भी...

मिस्र: क्या इज़्राइल भयभीत है?

“मुझे इस बात का कारण समझ नहीं आता कि इज़्राइल अरब या किसी भी अन्य इस्लामी देश के पास अपना परमाणु कार्यक्रम होने की बात पर इतना खौफ़जदा रहे। मुझे कोई तार्किक कारण नहीं नज़र आता जो इज़्राइली कर रहे हैं चाहे हो इरान के खिलाफ विश्व को बरगलाने की...

आर्मीनियाः खुला पत्र

तुर्की लेखक व चिट्ठाकार मुस्तफा अक्योल की आर्मीनियाई जातिसंहार विषय पर आप्रवासी आर्मीनियाई को लिखे खुले पत्र का जवाब “लाईफ इन आर्मीनिया” चिट्ठे के लेखक रफी ने तुर्की नागरिकों को लिखे अपने खुले पत्र से दिया है। 1915 से 1917 के बीच हुई घटनाओं को जातिसंहर का दर्जा देते हुये...

इरानः पाकिस्तान, तुर्की और हम

पूर्व उप राष्ट्रपति मुहम्मद अली अब्ताही कहते हैं कि पाकिस्तान तथा तुर्की के हालिया राजनैतिक अनुभव इरान में स्वतंत्रता के प्रति आशंकित अधिकारियों के लिये फायदेमंद है। दम घोंटू राजनैतिक वातावरण तथा छात्रों, कामगारों, महिलाओं, इंटरनेट, युवाओं तथा राजनैतिक सक्रियतावादियों के खिलाफ आक्रामक रुख देश की सुरक्षा के लिये खतरनाक...

रूस: रेस्तरां करायें बदनामियाँ

कॉपीड्यूड रूस में व्याप्त ऐसे अनेक तरीकों का ज़िक्र कर रहे हैं जिनके द्वारा रेस्तरां मालिक विदेशियों के साथ बदसलूकी करते हैं। वे लिखते हैं कि इन्हें कुछ भी अंदाज़ा नहीं कि बदनामी से उनका क्या नुकसान हो सकता है, “ग्राहक सेवा शोध के अनुसार एक असंतुष्ट ग्राहक कम से...

बाहरीन: आतंवादियों का आयात

बाहरीनी चिट्ठाकार ईमूड्ज़ हैरत जताते हैं कि कैसे एक कथित आतंकवादी का, सउदी अरब में आतंकवाद के पूर्व मामले दर्ज होने के बावजूद, बाहरीन में स्वागत किया गया।

मोलडोवाः प्रवासी कामगार और अर्थव्यवस्था

मोलडोवा मैटर्स के मुताबिक, “टोगो के बाद मोलडोवा ऐसे देशों की कतार में दूसरा है जिनकी अर्थव्यवस्था प्रवासी कामगारों द्वारा विदेश से भेजे धन पर निर्भर है”