आलेख से राउंडअप से अगस्त, 2007
इतना बड़ा तो नहीं आईफिल टावर
लेबनीस मार्क, जो कुवैत में रहते हैं, अपने पेरिस भ्रमण के दौरान आईफिल टॉवर से कुछ खास प्रभावित नहीं हुये और लिखा, “मैं उम्मीद लगाये बैठा था कि ये काफी बड़ा होगा। हद्द है।”
ट्रिनीडाड व टोबैगो: काँडोम का तर्क
“सचाई ये है कि लोग यौन संबंध बना रहे हैं, चाहे अवैध हों या नहीं, और इनमें से भयावह तादात में हमारे मुल्क के लोग एचआईवी तथा अन्य STI (यौन जनित संक्रमण) से संक्रमित हो रहे हैं”। रैंबलिंग एंड रीज़न युवाओं को यौनिक रूप से जिम्मेदार बनाने के बारे में...
मेडागास्कर: बूंद बूंद से सागर
बूंद बूंद से सागर बनता है: “एक गाँव के चार अफ़्रीकी चिट्ठाकारों ने बदलाव लाने हेतु मिलकर एक प्रकल्प शुरु किया है। और वे सिर्फ बातें ही नहीं कर रहे हैं, वाकई काम भी कर रहे हैं।”
दक्षिण अफ्रीकाः गूगल के बाद कौन आ रहा है?
विनी उम्मीद जता रही हैं कि भविष्य में दक्षिण अफ्रीका में और इंटरनेट कंपनियाँ अपना आशियाना बनायेंगी, “दक्षिण अफ्रीकी इंटरनेट प्रयोग में पिछले वर्ष की तुलना में 120 फीसदी बढ़त हुई है और वो दिन दूर नहीं जब ईबे, याहू और अन्य गूगल और अमेज़ॉन (अमेज़ान के केपटाउन कार्यालय ने ही...
ज़ाम्बिया: दान के पैसे से कार व आईपॉड
ज़ाम्बिया में अधिकाँश लोग कार और आईपॉड चाहते हैं और, पॉज़िटिवली ज़ाम्बियन लिखते हैं, चुंकि दान का पैसा आसानी से उपलब्ध हो जाता है इसलिये वे गरीबी का सामना करने के नाम पर फर्ज़ी संस्थायें बना लेते हैं।
अफ्रीका का पिंड छोड़ो
कम्यूनिस्ट सॉक्स एंड बूट्स हर बच्चे को लैपटॉप (OLPC) की खबर ले रहे हैं, “ये इस गलत अनुमान पर आधारित है कि बच्चे इसे अपने साथ शिकार पर ले जायेंगे या मिट्टी की दीवारों वाली पाठशालाओं में इनका इस्तेमाल करेंगे या कि उन्हें अंग्रेज़ी से स्थानीय भाषाओं में सरल अनुवाद...
नामीबिया: विकास के डिजीटल उपकरण
जेरार्ड नामीबिया के लर्नलिंक परियोजना के बारे में लिखते हैं,”मैं लर्नलिंक से ही शुरुवात करुंगा, खास तौर पर उनके “नामीबिया” प्रकल्प से”।
बांग्लादेश: छात्र संघर्ष और कर्फ्यू
ढाका विश्वविद्यालय में उपद्रव के पश्चात बांग्लादेश में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है। रेज़वान घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी दे रहे हैं।
बाहरीन: आतंवादियों का आयात
बाहरीनी चिट्ठाकार ईमूड्ज़ हैरत जताते हैं कि कैसे एक कथित आतंकवादी का, सउदी अरब में आतंकवाद के पूर्व मामले दर्ज होने के बावजूद, बाहरीन में स्वागत किया गया।
कुवैतः तेल का पैसा गया कहाँ?
कुवैत से ज़ेड आश्चर्य प्रकट करते हैं कि तेल से बनाया पैसा अरब देश आख़िर कहाँ खरचते हैं, जबकि विश्व के 500 शीर्ष शिक्षा संस्थानों में केवल एक ही अरब विश्वविद्यालय शामिल है।