आलेख से और

विडियो: “नो वुमन, नो ड्राईव” स्तब्ध सउदी अरब

  3 नवम्बर 2013

सउदी अरब के कार्यकर्ताओं ने 26 अक्टूबर को देश में महिलाओं के गाड़ी चलाने पर प्रतिबंध के विरोध में प्रदर्शन किया। जब सामाजिक तंत्र महिलाओं के गाड़ी चलाने के समाचार के बारे में रपट की बढ़ती संख्या के बारे में बातें कर रहा था तब बॉब मार्ले का शानदार पुनःनिर्मित...

ईरानः पत्थर से मारी जायेंगी दो बहनें

  4 फरवरी 2008

नार्मब्लॉग के मुताबिक ईरान के उच्चतम न्यायालय ने परगमन के आरोप में कैद दो ईरानी बहनों की पत्थर मार कर कत्ल की सज़ा बरकरार रखी है। पूरी खबर यहाँ पढ़ें।

मिस्रः लालची सेना

  8 दिसम्बर 2007

“इस बात के सबूत मिल रहे हैं की सेना सार्वजनिक संपत्ति पर अतिक्रमण के बारे में और लालची होती जा रही है, खास तौर पर जब मौके की ज़मीन और व्यवसायों की बात हो।” लिखते हैं मिस्र से द अरेबिस्ट जो सेना द्वारा कैरो के नज़दीक कुरसाया द्वीप के अधिग्रहण...

मिस्रः यूट्यूब ने बहाल किया खाता…पर

  6 दिसम्बर 2007

मिस्र के चिट्ठाकार और मानवाधिकार कार्यकर्ता वेल अब्बास के यूट्यूब और याहू खातों को बहाल कर दिया गया है जिन्हें मिस्र की पुलिस द्वारा कथित रूप से प्रताड़ित लोगों के विडियो पोस्ट करने के कारण स्थगित कर दिया गया था। पर वे खुश क्यों नहीं हैं यह जानने के लिये...

इरानः नारों की सचाई

  4 दिसम्बर 2007

फोटो ब्लॉगर कुसुफ़ ने एक गंदी दीवार के चित्र प्रकाशित किये हैं जहाँ महमूद अहमदिनेज़ाद के 2005 के राष्ट्रपति पद के चुनाव प्रचार के समय के पोस्टर अब भी दिखते हैं। पोस्टर पर खुशहाली और चैन के वायदे हैं। कुसुफ़ पूछते हैं कि उन नारों का क्या हुआ? वो कहते...

इरानः अमरीकी सैनिक और इराकी बच्चे

  27 नवम्बर 2007

रज़ेनो ने इराक में बच्चों की देखरेख करते अमरीकी सैनिकों की कई तस्वीरें प्रकाशित की हैं। इस चिट्ठाकार का कहना है कि इरानी मीडिया कभी ऐसी तस्वीरें नहीं छापता। भले ही युद्ध एक स्याह दास्तां हो पर इनमें मानवीय संवेदनायें भी तो शामिल रहती हैं।

लेबनानः पंथ बनी पहचान?

  24 नवम्बर 2007

लेबनानी चिट्ठाकार एम बीबीसी पर भीड़ का अनुसरण करने का आरोप लगाते हैं क्योंकि वो जिन लोगों का साक्षात्कार लेती है उनकी पहचान उनके संप्रदाय से करती है।

मिस्र: क्या इज़्राइल भयभीत है?

  17 नवम्बर 2007

“मुझे इस बात का कारण समझ नहीं आता कि इज़्राइल अरब या किसी भी अन्य इस्लामी देश के पास अपना परमाणु कार्यक्रम होने की बात पर इतना खौफ़जदा रहे। मुझे कोई तार्किक कारण नहीं नज़र आता जो इज़्राइली कर रहे हैं चाहे हो इरान के खिलाफ विश्व को बरगलाने की...

आर्मीनियाः खुला पत्र

तुर्की लेखक व चिट्ठाकार मुस्तफा अक्योल की आर्मीनियाई जातिसंहार विषय पर आप्रवासी आर्मीनियाई को लिखे खुले पत्र का जवाब “लाईफ इन आर्मीनिया” चिट्ठे के लेखक रफी ने तुर्की नागरिकों को लिखे अपने खुले पत्र से दिया है। 1915 से 1917 के बीच हुई घटनाओं को जातिसंहर का दर्जा देते हुये...

सऊदी अरब: फुटपाथ पर भी लिंगभेद

  17 सितम्बर 2007

फिलिस्तीनी चिट्ठाकार हैथम सबाह एक समाचार के हवाले से बता रहे हैं कि सऊदी अरब में जल्द ही लिंग के आधार पर बंटे साईडवॉक (फुटपाथ) दिखने लगेंगे। “क्या पैगंबर मुहम्मद ने दो साईडवॉक बनाने का हुक्म जारी किया, एक मर्द के लिये एक और के लिये? औरतों के लिये अलग...