आलेख परिचय अंग्रेज़ी
जब महात्मा गांधी ने म्यांमार में अहिंसात्मक क्रांति का प्रचार किया
"मेरे पास आपको देने हेतु और कोई मार्गदर्शन नहीं है कि आप अपना ध्यान अहिंसा के सामान्य सिद्धांत पर यानी आत्म-शुद्धि पर लगायें। "
कोयला खदानों पर दिए अपने ऐतिहासिक फैसले में ऑस्ट्रेलियाई अदालत ने पर्यावरण पर मंडराते खतरे को स्वीकारा
" न्यू साउथ वेल्स की अदालत द्वारा ऑस्ट्रेलिया में कोयला खदान व पर्यावरण के संबंध में दिए गए फैसले ने दुनिया को हैरत में डाला".
एक भारतीय प्राध्यापक बना रहे हैं प्लास्टिक कचरे से टिकाऊ सड़कें
प्रो. वासुदेवन ने देश में प्लास्टिक कचरे की बढ़ती समस्या देखकर ऐसी विधि की खोज की जिससे रीसायकल्ड प्लास्टिक कचरे से सड़कें बनायी जा सकें।
ग्लोबल वॉयसेज़ शिखर सम्मेलन, कोलंबो, २०१७ सेः “इन टू द डीप” पॉडकास्ट
In this podcast, a dozen Global Voices contributors take you to the latest Global Voices Summit and talk about their real life friendship, cross-cultural collaboration, and the value of community.
बांग्लादेशी शादियों में सांस्कृतिक बदलाव के चलते बदल रहा है खानपान
यद्यपि बांग्लादेशी विवाहों में परोसे जाने वाले व्यंजनों में बदलाव शुरू हो गया है, एक बात फिर भी कायम है - ये स्वादिष्ट होते हैं।
धान खेत और भैंस: फिलीपींस के ग्रामीण जीवन की एक झलक
अकाम्पो ने ग्लोबल वँइसेस के साथ जो फोटो शेयर कि हेय ये सिर्फ समतल कृषि क्षेत्र का दृश्य नेही हेय, परन्तु अनजाने में फिलिपींस का कृषि कि दशा बता रहि हेय।
गैरकानूनी गिरफ्तारी व पुस्तकों की जब्ती के लिए मलेशियाई राजनीतिक कार्टूनिस्ट ज़ुनार ने पुलिस पर मुकदमा ठोका
"आप मेरी कार्टून पर प्रतिबंध लगा सकते हैं, पर मेरे दिमाग पर प्रतिबंध नहीं लगा सकते हैं। मैं स्याही की आखिरी बूंद तक चित्र बनाता रहूंगा।"
किर्गिस्तानी बहू के इंस्टाग्रामिय नाच गाने से पता चली दुल्हनों की दुर्दशा
कम उम्र लड़कियों का विवाह, दुल्हनों का अपहरण और शादी के बाद कमरतोड़ मेहनतकशी यहाँ आम बात है।
वियतनाम सरकार की खिलाफत करने वाली कार्यकर्ता को 9 साल की सजा
40 वर्षीय नेगा, जिसे उनके कलम नाम "थू नेगा" से भी जाना जाता है, प्रवासियों और भूमि अधिकार के लिए मुखर प्रतिनिधी रही हैं।
घुमक्कड़ कलाः मिलिये सिंगापुर के यात्री चितेरों से
"परंपरागत कला में घटती रुचि के चलते सार्वजनिक परिवाहन एक अद्वितीय माहौल प्रदान करता है, जहाँ मैं वो रच सकूं जो मुझे पसंद है।"