हर शनिवार की सुबह, युवा लड़कियों और महिलाओं का एक समूह स्केटबोर्डिंग की दुनिया में जाने के लिए इथियोपिया की राजधानी के अदीस स्केट पार्क में इकट्ठा होता है। वे सख्ती से अभ्यास करती हैं, संतुलन बनाने की तकनीक से लेकर अपनी लैंडिग को बेहतर बनाने तक सब कुछ सीखती हैं। और इसी बहाने वे इथियोपिया में लैंगिक रूढ़िवादिता, धौंसबाजी और लिंगवाद के खिलाफ आवाज़ भी बुलंद करती हैं।
वोग पत्रिका के मुताबिक, यह आंदोलन तीन साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से शुरू हुआ था, जिसे लड़कियों के स्केटिंग समुदायों में से एक अग्रणी सोसिना चल्ला ने शुरू किया था।
सोसिना ने इंस्टाग्राम और टेलीग्राम मैसेंजर पर एक सीधा सादा संदेश भेजा: “लड़कियों के लिए मुफ़्त स्केटबोर्डिंग पाठ।” इथियोपिया में स्केटिंग से जुड़ी रूढ़िवादिता दुनिया के अधिकांश स्थानों की तरह ही है। ये खेल मुख्य रूप से लड़कों और युवा पुरुषों के साथ जुड़ा हुआ है। सोसिना को आशंका थी कि इस वजह से माता-पिता अपनी बेटियों को भाग लेने की अनुमति नहीं देंगे, और कोई भी लड़की या महिला नहीं आएगी। लेकिन उन्हें हैरत हुई जब 10 से 25 वर्ष की उम्र के बीच की कई दर्जन महिलाएं और लड़कियां पहले पाठ के लिए स्केट पार्क में आईं।
कुछ वर्षों बाद, अधिक महिलाएँ और लड़कियाँ शामिल हुईं। आज, चल्ला द्वारा स्थापित समूह, इथियोपियाई गर्ल स्केटर्स (ईजीएस) में 60 से अधिक सदस्य हैं और यह देश में पहला खास महिलाओं के लिये स्थापित स्केटबोर्डिंग समूह बन गया है।
लेकिन ईजीएस इथियोपिया में एकमात्र लड़कियों का स्केटिंग समूह नहीं है। सेट स्केटबोर्डिंग भी है, जिसे 2021 में 18 वर्षीय हेलिना सोलोमन द्वारा स्थापित किया गया था। स्केटबोर्डिंग के प्रति सोलोमन का जुनून उनको जांच के घेरे में ले आया था, जिसके कारण उन पर कुछ लड़कों ने व्यक्तिगत और यौन हमले किए गए। वे यह नहीं समझ पा रहे थे कि आखिरकार एक किशोर लड़की एक “केवल लड़कों” के खेल में उन्हें कैसे चुनौती दे सकती है। ओलंपिक्स डॉट कॉम के साथ एक साक्षात्कार में उन्होंने कहा, “यह आसान नहीं था। स्केट पार्क में लड़कों ने स्केटबोर्डर्स लड़कियों को धमकाया। जब उन्होंने हमें बोर्ड पर देखा तो हमें परेशान किया।”
सबसे पहले स्केटर्स 1940 के आसपास और 1950 के दशक की शुरुआत में कैलिफोर्निया, संयुक्त राज्य अमेरिका में उभरे, जब कैलिफोर्निया में सर्फर सपाट लहरों पर कुछ करना चाहते थे। आज, यह खेल पूरे अटलांटिक में फैल गया है। अदीस अबाबा तेजी से अफ्रीका के स्केटबोर्डिंग दृश्य का केंद्र बन गया है। जैसा कि द रिपोर्टर इथियोपिया ने बताया है, दुनिया भर में 10 मिलियन से अधिक स्केटर्स हैं, और यह पांच अरब डॉलर का खेल उद्योग बन गया है।
हालांकि इथियोपिया और अफ्रीका में यह खेल अक्सर बड़े पैमाने पर लड़कों से जुड़ा होता है। एएफपी न्यूज़ के एक यूट्यूब वीडियो में, चल्ला ने कहा, “जब आप एक महिला या लड़की होते हैं, तो लड़कों के आसपास घूमना बहुत कठिन होता है क्योंकि लोग सोचते हैं कि लड़कियों को घर में अपने माता-पिता की मदद करनी चाहिए।” समूह की एक सदस्य हन्ना ब्लेस ने कहा, “किसी लड़की के लिए स्केटिंग शुरू करना वास्तव में आम बात नहीं है क्योंकि लोग आपका समर्थन नहीं करते हैं। लेकिन किसी को तो शुरुवात करनी ही थी। कुछ समूहों को शुरू करना पड़ा। हम पहले लोग थे, और मैं इसका हिस्सा बनकर सम्मानित महसूस कर रही हूं।
ओलंपिक्स डॉट कॉम से बात करते हुए सोलोमन ने जोर देकर कहा, ”…हमारा समाज स्केटबोर्डिंग का समर्थन नहीं करता है। इसे बिगड़ैल लड़कों द्वारा खेले जाने वाले खेल के रूप में देखा जाता है, और इसलिए मेरे जैसी युवा लड़की के लिए उनके खिलाफ जाना कठिन था।
स्केटबोर्डिंग को लेकर उत्पीड़न और रूढ़िवादिता के बावजूद, ये साहसी लड़कियां इस खेल में शामिल होने से नहीं रुकती हैं। स्केटिंग करते समय उनमें जो खुशी, आत्मविश्वास और उत्साह झलकता है, उससे पता चलता है कि वे इस खेल से कितना प्यार करते हैं।
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उनकी यात्रा को डॉक्यूमेंट्री फिल्म “स्केटपार्क सिस्टरहुड: इथियोपियन गर्ल स्केटर्स” में भी कैद किया गया है।
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जैसा कि सोलोमन ने ओलिंपिक डॉट कॉम पर प्रकाश डाला, कुछ माता-पिता सामाजिक अस्वीकृति के कारण स्केटबोर्डिंग में अपने बच्चों की भागीदारी का विरोध करते हैं, इसे मनमानी वाले व्यवहार से जुड़ा खेल मानते हैं। अदीस अबाबा की व्यस्त सड़कों पर स्केटिंग के संभावित खतरे के कारण भी कुछ माता-पिता की इस खेल के प्रति अस्वीकृति हो सकते हैं।
इथियोपिया अकाल और आर्थिक कठिनाइयों सहित महत्वपूर्ण चुनौतियों से जूझ रहा है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ एडोलसेंस एंड यूथ की एक रिपोर्ट के अनुसार, दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले अफ्रीकी देश के लिए युवा रोजगार एक बड़ी चुनौती है।
जैसे-जैसे देश में स्केटबोर्डिंग बढ़ती जा रही है, ईजीएस के सह-संस्थापक मिकी असफॉ को उम्मीद है कि इस खेल के माध्यम से युवा लड़कियों को अधिक अवसर प्रदान किए जा सकते हैं।
इस बढ़ते खेल का एक और सकारात्मक प्रभाव यह है कि इथियोपिया में स्केटबोर्डिंग समुदाय ने स्केटपार्क के विकास और सड़कों के सुधार में योगदान दिया है। ओके अफ्रीका पर ज़ी नगेमा के एक लेख में स्केटबोर्डर्स से फोटोग्राफर बनीं, यारेड गोबेज़ी और रूएल डेस्टा की एक प्रदर्शनी पर प्रकाश डालते हुए एक और पहलू दिखाया गया, जिसका शीर्षक था “द स्ट्रीट्स, अवर प्लेग्राउंड।” यह उल्लेख करते हुए कि इथियोपियाई गर्ल स्केटर्स ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ध्यान आकर्षित किया है “युवा लड़कियों के समुदाय ने स्केटबोर्डिंग के माध्यम से एक-दूसरे को कितनी व्यवस्थित और खुशी से पाया,” लेख युवा स्केटबोर्डिंग फोटोग्राफरों की दिशा की प्रशंसा करता है:
“अब, स्केटर्स के इस छोटे लेकिन समर्पित समूह का प्रतिनिधित्व करने वाले पुरुषों ने उस प्यार और सामूहिक देखभाल को प्रतिबिंबित करने के लिए नए रचनात्मक क्षेत्रों में कदम रखा है, जो उन्हें समुदाय में वापस भेज रहा है।”