तंजानिया में नकली दवाओं के खिलाफ जंग के नये हथियार बने हैं ऑनलाइन प्लेटफॉर्म

फ्रैंक अरबी (बाएं), फार्मालिंक्स पर फार्मास्युटिकल उत्पादों की खरीद के बारे में समझाते हुए। छाया: गुडहोप अमनी, अनुमति के साथ इस्तेमाल किया गया।

नकली दवाओं की समस्या एक बुरा सपना की तरह है जो दुनिया भर में सभी को प्रभावित करता है – जिसमें तंजानिया भी शामिल है। हालांकि तंजानिया की सरकार ने चिकित्सा व्यवसायों पर नियम लागू किए हैं, पर उनमें अभी ऐसी कमियां हैं जिससे लोगों को नकली दवा दुकानों और ऑनलाइन माध्यम से बेचने की अनुमति मिल जाती हैं, क्योंकि दवाओं के बाजार में आने से पहले उसका सत्यापन नहीं हो पाता।

अब, तंजानिया में स्थापित फार्मलिंक्स नामक एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म, नकली दवाओं के संकट को रोकना चाहता है। फार्मलिंक्स दवा आपूर्तिकर्ताओं और थोक विक्रेताओं को तंजानिया के खुदरा विक्रेताओं से जोड़ता है ताकि पंजीकृत फार्मेसियों से गुणवत्ता वाले उत्पाद उपलब्ध हों और साथ ही बाजार पर निगरानी रखी जा सके।

फ्रैंक अरबी, जो मुहंबिली यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ एंड एलाइड साइंसेज में चिकित्सा विज्ञान के छात्र हैं, ने फार्मलिंक्स की सह-स्थापना तंजानिया में भेषजीय उद्योग के सामने उपस्थित चुनौतियों को देखने के बाद की। इन चुनौतियों में दवा खरीद की समस्या भी शामिल है, जो नकली व्यापार व्यवसाय के लिए सही परिस्थितियों का निर्माण करने की जिम्मेवार है।

फ्रैंक अरबी, मेडिकल छात्र और फार्मलिंक्स के सह-संस्थापक। छाया: गुडहोप अमनी, अनुमति के साथ इस्तेमाल किया गया।

अरबी और उनकी टीम ने दवा की आपूर्ति को आसान बनाने और आपूर्ति श्रृंखला के साथ कंपनियों की बारीकी से निगरानी करके नकली दवाओं से लड़ने के लिए एक ऑनलाइन प्रणाली तैयार की।

“यह वेबसाइट विभिन्न फार्मेसियों, उत्पादों और कीमतों की एक सूची प्रदान करती है। यह व्यापार विश्लेषिकी (business analytics) प्रदान करती है और इन्वेंट्री प्रबंधन दवाओं को सत्यापित करने के लिए अंतिम उपयोगकर्ताओं के लिए एक मौका भी प्रदान करती है” ग्लोबल वॉयस के साथ एक साक्षात्कार में अरबी ने कहा।

इसे 2018 में शुरू किया गया था और अभी यह पायलट चरण में हैं जिसमें 35 फार्मासिस्ट अब स्वतंत्र रूप से वेबसाइट पर लॉगिन कर सकते हैं और अपनी दुकानों में वांछित चिकित्सा उत्पादों को खोज सकते हैं। यह प्रणाली उन्हें ऐसे थोक विक्रेताओं और दुकानों के लिए निर्देशित करती है जिनका मूल्यांकन किया जा चुका हैं और प्रत्येक उत्पाद के लिए उनकी कीमतों को सूचीबद्ध करते हैं। खरीदार तब उत्पादों का चयन कर सकता है और उनके लिए ऑनलाइन भुगतान कर सकता है, और इसके तुरंत बाद, उत्पादों को वितरित किया जाता है।

फर्जी दवाओं से सामना

दार निवासी वेन्यूज़ माजुला, उस दिन को याद करती हैं जब उनकी बहन ने तंजानिया के दार अस सलाम में एक फार्मेसी से खरीदी नकली दवाई का इस्तेमाल करने से बच गई थीं। सौभाग्य से परिवार के एक सदस्य को दवा के बारे में पहले से जानकारी थी, जब उसने सीरियल नंबर और सामग्री की जांच की तो दवा नकली निकली।

“हम में से अधिकांश नहीं जानते कि फलां दवा असली है या नहीं। मुझे लगता है कि जो लोग जिम्मेदार हैं, जैसे कि फार्मासिस्ट, उन्हें इस बारे में जागरूकता बढ़ानी चाहिए कि दवा खरीदते या उपयोग करते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए” माजुला ने कहा।

विश्व स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि अफ्रीका में सालाना लगभग 100,000 मौतें नकली और घटिया दवाओं से जुड़ी हैं और इनकी संख्या बढ़ रही है।

अरबी का मानना है कि नकली दवाओं की समस्या एक बड़ा व्यवसाय है और इससे लड़ने के लिए विभिन्न तरीकों की जरूरत है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, “वैश्विक नकली दवा बाजार का मूल्य लगभग 200 बिलियन डॉलर (लगभग 14.3 लाख करोड़ रुपये) सालाना है।”

जून 2019 में, तंजानिया मेडिसिन्स एंड मेडिकल डिवाइसेस अथॉरिटी (TMDA) के माध्यम से सरकार ने तंजानिया में नकली दवा की उपस्थिति के बारे में चेतावनी जारी की, जिसमें बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए इस्तेमाल की जाने वाली औषधीय क्रीम जेंट्रेसोन जैसी थी। स्थानीय मीडिया आउटलेट डेली न्यूज ने बताया कि तंजानिया के छह अलग-अलग क्षेत्रों में 4,118 नकली ट्यूब पाए गए।

तंजानिया फार्मास्युटिकल बाजार में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें एक काला बाजार भी शामिल है जो लोगों को चिकित्सक से आवश्यक सलाह के बिना सड़कों पर दवाएं खरीदने की अनुमति देता है।

दार के शहर से 3 किलोमीटर दूर टांडले पथ पर, हावा एलेक्स डागा, जो एक फार्मेसी का मालिक है, स्वीकार करते है कि कुछ लोग ऐसे लोगों से दवा उत्पाद खरीदते हैं, जिनके पास दवा बेचने का कोई लाइसेंस नहीं है, क्योंकि वे उत्पादों को कम कीमत पर बेचते हैं।

हेव एलेक्स डागा टांडले, दार अस सलाम में अपनी फार्मेसी में। ऑनलाइन प्रणाली शुरू होने के बाद वे खुश है क्योंकि ये उनकी गुणवत्ता वाली दवाओं की खरीद में मदद करता है। छाया: गुडहोप अमनी, अनुमति के साथ इस्तेमाल किया गया।

डागा का मानना है कि नई ऑनलाइन प्रणाली से न केवल समय की बचत होगी (क्योंकि मुख्यतः इनका प्रयोग कम कीमत पर दवा बेचने वाली दुकानों को खोजने के लिए किया जाता है), वरन यह बाजार में वितरित दवा उत्पादों को ट्रैक करने में मदद करेगा, जिससे नकली दवाओं की खरीद की संभावना कम हो जाएगी।

“ट्रैफिक जाम के कारण शहर में मेरी फार्मेसी के लिए चिकित्सा उत्पाद खोजने के लिए एक लंबा समय लगता है, लेकिन इस प्रणाली के साथ, आप बस लॉगिन करते हैं, अपना ऑर्डर देते हैं, भुगतान करते हैं और वे इसे वितरित कर देते हैं,” उन्होंने बताया।

फार्मलिंक अफ्रीका में नकली दवाओं से लड़ने पर ध्यान केंद्रित करने वाला एकमात्र डिजिटल प्लेटफॉर्म नहीं है। 2018 में, एक नाइजीरिया-आधारित प्लैटफार्म, मेडसफ को पश्चिम अफ्रीकी देश में नकली दवाओं के प्रचलन को से रोकने के लिए शुरु किया गया था। इसी तरह घाना में, फार्माट्रस की भी शुरुवात हुई।

फार्मलिंक तंजानिया फार्मेसी काउंसिल के साथ मिलकर काम करता है, जो कि इस प्रणाली को सुनिश्चित करने के लिए TMDA के साथ-साथ फार्मेसियों और फार्मासिस्टों को पंजीकृत करने के लिए जिम्मेदार है।

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