- Global Voices हिन्दी में - https://hi.globalvoices.org -

दीर्घायु तो हो रहे हैं, पर स्वस्थ नहीं

विभाग: नागरिक मीडिया, स्वास्थ्य

दक्षिण अमेरिका में संभावित खराब स्वास्थ्य में परिवर्तन के बारे में इन्फोग्राफ़, अनुमति के साथ प्रकाशित [1].

दुनिया भर में मरीजों और चिकित्सकों को जोड़ने वाले एक स्वास्थ्य-विशेष मंच मेडिगो ने आयु-संभाविता (life expectancy) पर एक तुलनात्मक वैश्विक अध्ययन [1] पूरा कर लिया है।

औसतन, मनुष्य अब पहले से कहीं ज्यादा जीते हैं। लगभग हर देश में 21वीं शताब्दी की शुरुआत से आयु-संभाविता में वृद्धि देखी गई है, 2015 में इसका वैश्विक औसत [2] 71.4 वर्ष था। लेकिन इसके साथ ही, देशों के मध्य [3] और देश के अंदर भी आयु-संभाविता में भारी विविधताएं हैं। यूरोप और उत्तरी अमेरिका में, औसत 73 साल हैं, ओशिनिया में यह 71 है, लैटिन अमेरिका में 70 साल, एशिया में 61 साल हैं, और अफ्रीका में यह सिर्फ 55 साल है।

हालांकि, मेडिगो ने अपना विश्लेषण एक कदम आगे बढ़ कर यह सवाल [4] पूछने का फैसला किया:

विश्व स्वास्थ्य संगठन यह पुष्टि करता है कि हम लंबे समय तक जी रहे हैं, लेकिन क्या हम स्वस्थ रहते हैं?

विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) “स्वस्थ आयु-संभाविता” या HALE (Healthy Life Expectancy) के आधार पर यह निर्धारित करता है कि एक स्वस्थ जीवन शैली के साथ एक व्यक्ति कितने वर्षों तक जीवित रहने की उम्मीद कर सकता है। स्वास्थ्य सुविधाओं की गुणवत्ता, स्वच्छता, युद्ध इत्यादि कारकों से प्रभावित HALE अभी भी हिंसक मृत्यु के कारकों को शामिल करने में विफल रहा है। हालांकि हाल के वर्षों [5] में इस रेटिंग में सुधार [6] देखा गया है।

2000 और 2015 के बीच आयु-संभाविता में पांच वर्षों की वृद्धि हुई, जो 1960 के दशक के बाद से सबसे तेज़ वृद्धि है। 1990 के दशक में अफ्रीका में एड्स महामारी और पूर्वी यूरोप में सोवियत संघ के पतन के बाद आयु-संभाविता में गिरावट आई थी।

इन्फोग्राफिक्स के माध्यम से [7], मेडिगो 2000 से [1] वैश्विक रूप से परिवर्तन दिखाते हुये वैश्विक स्वास्थ्य के लिए एक वैकल्पिक माप प्रदान करता है जिसे यह “बैड हेल्थ इयर्स” यानी खराब स्वास्थ्य वाले साल करार देता है।

खराब स्वास्थ्य वर्षों के दौरान दुनिया में होने वाली परिवर्तनों के बारे में इन्फोग्राफिक्स (पूर्वानुमति से प्रकाशित)।

ग्लोबल वाइसिस के साथ एक संक्षिप्त बातचीत में, मेडिको में ऑनलाइन विपणन प्रबंधक [8] गिलीआ गुट्टेरर ने डब्ल्यूएचओ के पारंपरिक माप और “खराब स्वास्थ्य” माप के बीच के अंतर को समझाया:

दरअसल हम कुल आयु संभाविता (जिसका मतलब है कि हमारे कितने साल जीने कि संभावना है, जिसका पता जन्म के समय ही लगाया जाता है) से स्वस्थ आयु संभाविता को घटा देते हैं। इससे हमें औसत वर्ष मिल जाते हैं जितना कोई खराब स्वास्थ वाला व्यक्ति जी सकता है। बैड हेल्थ इयर्स का मतलब है जीवन के वो साल जो आपने बीमारी ओर अशक्तता के साथ जिये।

आप मेडिगो की वेबसाइट [9] पर सभी इन्फोग्राफिक्स पा सकते हैं।