सूडान में जे़रबा एक पोस्टर को “मौत का पोस्टर” पुकारते हुये निंदा करते हैं [1] जिसमें इलाज व बचाव के तरीके बताये बगैर मानव खोपड़ी और हड्डियों के सहारे [2] लोगों को एड्स के खतरों के प्रति अगाह किया गया है। वे लिखते हैं कि एड्स अब कोई मौत की सज़ा नहीं रह गई है। गलत संदेश से “वायरस और बढ़ेगा” और “संक्रमितों को और अधिक कलंकित” माना जाने लगेगा।
सूडानः एड्स से लड़ने का गलत तरीका
· लेखक Jennifer Brea अनुवादक Debashish Chakrabarty
विभाग: सुदान, स्वास्थ्य