पूर्व उप राष्ट्रपति मुहम्मद अली अब्ताही कहते हैं [1] कि पाकिस्तान तथा तुर्की के हालिया राजनैतिक अनुभव इरान में स्वतंत्रता के प्रति आशंकित अधिकारियों के लिये फायदेमंद है। दम घोंटू राजनैतिक वातावरण तथा छात्रों, कामगारों, महिलाओं, इंटरनेट, युवाओं तथा राजनैतिक सक्रियतावादियों के खिलाफ आक्रामक रुख देश की सुरक्षा के लिये खतरनाक है।
इरानः पाकिस्तान, तुर्की और हम
· लेखक Fred Petrossian अनुवादक Debashish Chakrabarty
विभाग: मध्य पूर्व व उत्तरी अफ्रीका, इरान, अंतरराष्ट्रीय संबंध, शासन