एंपोन्टेन जापान में पैसे, राजनीति और सरकार की लंबे समय से जारी साँठगाँठ के बारे में लिखते हैं [1] जिसमें उन्होंने कृषि मंत्री मात्सुओका तोशीकात्सू पर आधारित एक पुस्तक के बारे में एक चिट्ठे का अनुवाद किया है। जापानी राजनीति में हुये पैसों के असंख्य घोटालों का ज़िक्र करते हुये वे कहते हैं, “ये सभी बदनाम लोग डाएट# में अपनी सीटें बचाये रखने में सफल रहे। जैसा की कहावत है, जनता को वैसी ही सरकार मिलती है जिसके वे लायक होते हैं। और जापानी मतदाता इसी के लायक है।”
जापान: जो बोया सो काटा
· लेखक Chris Salzberg अनुवादक Debashish Chakrabarty
विभाग: पूर्वी एशिया, जापान, अर्थशास्त्र और व्यापार, इतिहास, चुनाव, राजनीति, विचार, शासन