लेबनीस मार्क, जो कुवैत में रहते हैं, अपने पेरिस भ्रमण के दौरान आईफिल टॉवर से कुछ खास प्रभावित नहीं हुये और लिखा [1], “मैं उम्मीद लगाये बैठा था कि ये काफी बड़ा होगा। हद्द है।”
इतना बड़ा तो नहीं आईफिल टावर
· लेखक Amira Al Hussaini अनुवादक Debashish Chakrabarty
विभाग: मध्य पूर्व व उत्तरी अफ्रीका, कुवैत, फ्रांस, लेबनान, यात्रा