बूंद बूंद से सागर बनता है [1]: “एक गाँव के चार अफ़्रीकी चिट्ठाकारों ने बदलाव लाने हेतु मिलकर एक प्रकल्प शुरु किया है। और वे सिर्फ बातें ही नहीं कर रहे हैं, वाकई काम भी कर रहे हैं।”
मेडागास्कर: बूंद बूंद से सागर
· लेखक Ndesanjo Macha अनुवादक Debashish Chakrabarty
विभाग: उप सहारा अफ्रीका, मेडागास्कर, पर्यावरण, विकास