8 अगस्त 2007

आलेख से 8 अगस्त 2007

बोस्निया व हर्जे़गोविना: “ज़िंदगी का लुत्फ लो” विडियो अभियान

अंतर्जाल पर नकारात्मक रवैये की बहुलता के बारे में बोस्निया ब्लॉग लिखता है, “गूगल या यूट्यूब पर साधारण सी खोज करें और आप को नतीजे मिलेंगे आतंकवादियों, युद्ध और जातिसंहार के बारे में”। पर “अच्छी चीज़ें” भी विद्यमान हैं और उनको दिखाना ही “एंजॉय लाईफ” यानि “ज़िंदगी का लुत्फ लो”...

ट्रिनिडाड व टोबैगो: तकनीक का फंदा?

  8 अगस्त 2007

नोप्रोज़ ने हमारे जीवन पर तकनलाजी के प्रभाव पर कई सवाल उठाये हैं पर ये भी कहते हैं, “एक चीज तो पूर्णतः स्पष्ट है, हम एक बार में केवल एक ही काम कर सकते हैं”।

चीन: गूगल और बायडू का पैरोडी संग्राम

  8 अगस्त 2007

विलियम लाँग ने गूगल और बायडू द्वारा निर्मित कुछ पैरोडी विडियो पोस्ट किये हैं जिनमें गूगल ने बायडू को “हंड्रेड पॉयज़न” यानि ज़हरीला पुकारा तो बायडू ने गूगल को विदेशी बाहरी कंपनी कह कर चिढ़ाया। चीन के विज्ञापनों में स्पूफ या पैरोडी एक लोकप्रिय विधा बन गई है।

मालदीव: बाल यौन शोषकों का गुप्त आश्रय

  8 अगस्त 2007

मालदीव के चिट्ठाकार देश में बच्चों के यौन शोषण की बहुलता और समस्या के निदान के लिये सरकार द्वारा कोई कड़ा कदम न उठाये जाने पर रोष प्रकट कर रहे हैं। मालदीव में हाल ही में एक न्यायाधीश द्वारा चार बलात्कारियों को हल्की सज़ा देने की घटना पर खासा बवाल...

जमैका: 45 साल बाद

  8 अगस्त 2007

जमैका ने हाल ही में अपनी आज़ादी की 45वीं वर्षगाँठ मनाई। डेनिस जोन्स इस देश की प्रगति का जायजा ले रहे हैं।